अध्याय 7: जीव जनन कैसे करते हैं Class 10 Science Chapter 7 – Reproduction in Hindi
जीवों में जनन (Reproduction) वह प्रक्रिया है जिससे जीव अपने जैसे नए जीवों को जन्म देते हैं। यह जीवन की एक आवश्यक क्रिया है जिससे प्रजातियाँ समय के साथ जीवित रहती हैं और विकसित होती हैं।
जीव जनन क्यों करते हैं? क्योंकि किसी भी जीव का जीवन अनंत नहीं होता, अतः उसकी जाति के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए नए जीवों का सृजन आवश्यक होता है।
सभी जीव जनन नहीं करते, लेकिन जो करते हैं वे अपनी प्रतिकृति उत्पन्न करते हैं। जनन दो प्रकार का हो सकता है – अलैंगिक और लैंगिक।
क्या जीव पुनः अपनी प्रतिकृति का सृजन करते हैं?
हर जीव अपनी आनुवंशिक जानकारी को अगली पीढ़ी में स्थानांतरित करता है। यह जानकारी DNA (डी.एन.ए.) में संचित रहती है। DNA की प्रतिकृति बनाकर जीव अपनी तरह के नए जीव उत्पन्न करते हैं। लेकिन यह प्रतिकृति हमेशा बिल्कुल समान नहीं होती – उसमें सूक्ष्म विविधताएं आ सकती हैं।
विविधता का महत्व (Importance of Variation)
विविधता (Variation) का होना प्रकृति के लिए लाभकारी है क्योंकि पर्यावरण में समय-समय पर परिवर्तन होते रहते हैं। यदि सभी जीव एक जैसे हों और पर्यावरण में कोई बड़ा बदलाव हो जाए, तो सभी के समाप्त होने की संभावना हो सकती है। लेकिन विविधता के कारण कुछ जीव उस नए वातावरण में जीवित रह सकते हैं, जिससे जाति का अस्तित्व बना रहता है।
DNA की सटीक प्रतिकृति बनाना असंभव है। प्रतिकृति की त्रुटियाँ ही विविधता का कारण बनती हैं, जो प्राकृतिक चयन (Natural Selection) में सहायक होती हैं।
English Summary (Bilingual Support)
All organisms reproduce to maintain the continuity of their species. They pass their genetic material to the next generation through DNA. However, DNA replication is not perfect, which leads to variations. These variations help organisms survive environmental changes.
प्रश्न 1: डी.एन.ए. प्रतिकृति का प्रजनन में क्या महत्त्व है?
प्रजनन के समय माता-पिता की आनुवंशिक जानकारी (DNA) को संतान तक पहुँचाना आवश्यक होता है। यह जानकारी डी.एन.ए. की प्रतिकृति के माध्यम से संतान को स्थानांतरित की जाती है। अगर यह प्रतिकृति सही ढंग से नहीं बनती, तो संतान में दोष हो सकते हैं या वह जीवित ही नहीं रह पाएगी। इसलिए डी.एन.ए. की प्रतिकृति, जीवों में गुणसूत्रों की निरंतरता बनाए रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
प्रश्न 2: जीवों में विभिन्नता स्पीशीज़ के लिए तो लाभदायक है, परंतु व्यष्टि के लिए आवश्यक नहीं है, क्यों?
विभिन्नता किसी भी जीव की पूरी जाति (species) के लिए आवश्यक होती है क्योंकि बदलते पर्यावरण में केवल वही जीव बच पाते हैं जिनमें अनुकूल विविधताएँ होती हैं। इससे पूरी जाति का अस्तित्व बना रहता है। जबकि किसी एक जीव (individual) के लिए यह आवश्यक नहीं है क्योंकि उसका जीवन सीमित है और वह पर्यावरण को स्थायी रूप से प्रभावित नहीं करता।
DNA की प्रतिकृति के बिना गुणसूत्रीय जानकारी का आदान-प्रदान असंभव है, और विविधता जाति के दीर्घकालिक अस्तित्व के लिए अनिवार्य है।
एकल जीवों में प्रजनन (Reproduction in Unicellular Organisms)
एकल कोशिकीय जीव, जैसे – अमीबा (Amoeba), पैरामीशियम (Paramecium), युग्लीना (Euglena) आदि, अपने जीवन चक्र में किसी अन्य जीव की सहायता के बिना स्वयं ही अपनी प्रतिकृति बना सकते हैं। इसे अलैंगिक जनन कहते हैं। इस प्रकार के जनन में केवल एक ही माता-पिता होता है।
एकल जीवों में प्रजनन के सबसे सामान्य तरीके हैं:
🔹 द्विविखंडन (Binary Fission) – एक जीव दो समान भागों में विभाजित हो जाता है।
🔹 बहुविखंडन (Multiple Fission) – एक जीव अनेक भागों में विभाजित हो जाता है।
द्विविखंडन (Binary Fission)
इस प्रक्रिया में एक कोशिका दो समान पुत्र कोशिकाओं में विभाजित हो जाती है। यह प्रक्रिया अनुकूल परिस्थितियों में होती है।
उदाहरण: अमीबा में द्विविखंडन स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
DNA की प्रतिकृति बनती है, फिर कोशिका झिल्ली बीच में से विभाजित हो जाती है और दो समान अमीबा बन जाते हैं।
विशेषता | द्विविखंडन |
---|---|
कितने भागों में विभाजन | 2 |
उदाहरण | Amoeba, Paramecium |
प्राकृतिक स्थिति | अनुकूल परिस्थितियाँ |
बहुविखंडन (Multiple Fission)
बहुविखंडन में एक कोशिका कई नई कोशिकाओं में विभाजित हो जाती है। यह प्रक्रिया आमतौर पर प्रतिकूल परिस्थितियों में होती है।
उदाहरण: प्लाज्मोडियम (मलेरिया रोग का कारक)।
इसमें DNA की कई प्रतिकृतियाँ बनती हैं और एक साथ कई संतति कोशिकाएँ उत्पन्न होती हैं।
निष्कर्ष:
एकल जीवों में अलैंगिक जनन तेज, सरल और ऊर्जा की दृष्टि से लाभदायक होता है, लेकिन इससे उत्पन्न सभी संतति जैविक रूप से समान होती हैं।
English Quick Recap
Unicellular organisms like Amoeba reproduce by fission. In binary fission, the organism splits into two; in multiple fission, it produces many daughter cells simultaneously.
विखंडन एवं खंडन द्वारा जनन Fission and Fragmentation in Reproduction
अलैंगिक जनन (Asexual Reproduction) के अंतर्गत कई जीव ऐसे हैं जो बिना किसी युग्मन के, स्वयं से ही अपनी तरह के नए जीव उत्पन्न करते हैं। इसमें दो प्रमुख विधियाँ हैं – विखंडन (Fission) और खंडन (Fragmentation)।
1. विखंडन (Fission)
यह प्रक्रिया एकल कोशिकीय जीवों में पाई जाती है, जैसे अमीबा, पैरामीशियम, प्लाज्मोडियम आदि।
इसमें जीव की कोशिका विभाजित होकर दो या अधिक नये जीवों का निर्माण करती है।
- 👉 द्विविखंडन (Binary Fission): एक जीव दो समान भागों में विभाजित हो जाता है। (जैसे अमीबा)
- 👉 बहुविखंडन (Multiple Fission): एक जीव कई भागों में विभाजित होता है। (जैसे प्लाज्मोडियम)
विखंडन केवल एककोशिकीय जीवों में होता है और यह जनन का सरलतम रूप है।
2. खंडन (Fragmentation)
खंडन बहुकोशिकीय जीवों में पाया जाता है, विशेषकर सरल शरीर संरचना वाले जीवों में।
इसमें एक जीव का शरीर टूटकर कई भागों में विभाजित हो जाता है, और हर भाग एक नया जीव बन जाता है।
उदाहरण: स्पाइरोगाइरा (Spirogyra) जैसे शैवाल (Algae)।
जब स्पाइरोगाइरा का धागानुमा शरीर टूटता है, तो हर टुकड़ा नए पौधे में विकसित हो जाता है।
खंडन केवल तब संभव है जब हर खंड (भाग) में पर्याप्त कोशिकाएँ और विकास की क्षमता हो।
तुलना तालिका: विखंडन बनाम खंडन
बिंदु | विखंडन (Fission) | खंडन (Fragmentation) |
---|---|---|
कोशिका प्रकार | एककोशिकीय जीव | बहुकोशिकीय जीव |
विभाजन प्रक्रिया | पूर्ण कोशिका विभाजित होती है | शरीर के खंड अलग होते हैं |
उदाहरण | Amoeba, Plasmodium | Spirogyra |
English Quick Recap
Fission occurs in unicellular organisms like Amoeba, while fragmentation is found in multicellular organisms like Spirogyra. Both are types of asexual reproduction.
पुनरुद्भवन (Regeneration)
पुनरुद्भवन वह प्रक्रिया है जिसमें कोई जीव अपने शरीर के किसी कटे या टूटे भाग से पुनः एक नया जीव उत्पन्न कर लेता है। यह प्रक्रिया कुछ सरल बहुकोशिकीय जीवों में देखी जाती है, जैसे कि प्लैनेरिया (Planaria), हाइड्रा (Hydra), आदि।
इसमें यदि जीव का शरीर दो या अधिक भागों में कट जाए, तो हर भाग से एक पूर्ण जीव विकसित हो सकता है – बशर्ते हर भाग में कुछ विशेष कोशिकाएँ मौजूद हों जो विभाजित होकर पूरा शरीर बना सकें।
पुनरुद्भवन हर जीव में नहीं होता। यह केवल उन्हीं जीवों में संभव है जिनकी कोशिकाएँ विशेष प्रकार की कोशिका विभाजन क्षमता (cell division ability) रखती हैं। जैसे: Planaria, Hydra, Starfish
पुनरुद्भवन बनाम सामान्य अंगों का पुनः निर्माण
ध्यान दें कि पुनरुद्भवन और घाव भरना (healing) अलग प्रक्रियाएँ हैं।
उदाहरण: मानव शरीर में त्वचा का घाव भर जाता है लेकिन उससे नया व्यक्ति नहीं बनता।
जबकि Planaria का कटा भाग पूरा नया Planaria बना सकता है – यह है सच्चा पुनरुद्भवन।
पुनरुद्भवन | घाव भरना |
---|---|
नया जीव बनता है | सिर्फ अंग भरते हैं |
Planaria, Hydra में संभव | मनुष्य, स्तनधारी |
जनन प्रक्रिया मानी जाती है | जनन नहीं, सिर्फ मरम्मत |
English Recap
Regeneration is the process by which some organisms can regrow their lost body parts or even form a new organism from a part. Example: Planaria, Hydra.
कायिक प्रवर्धन (Vegetative Propagation)
कायिक प्रवर्धन (Vegetative Propagation) एक प्रकार का अलैंगिक जनन है, जिसमें पौधों के शरीर के किसी भाग — जैसे जड़, तना, या पत्ती से एक नया पौधा उत्पन्न होता है। इस प्रक्रिया में बीज का प्रयोग नहीं होता है।
कायिक प्रवर्धन प्राकृतिक रूप से भी हो सकता है (जैसे आलू, अदरक, गुलाब आदि में) और कृत्रिम रूप से भी (जैसे कटिंग, ग्राफ्टिंग, लेयरिंग आदि विधियों द्वारा)।
इस विधि में नया पौधा मूल पौधे की प्रतिकृति होता है, अर्थात उसमें कोई आनुवंशिक भिन्नता नहीं होती।
प्राकृतिक कायिक प्रवर्धन के उदाहरण:
अंग | उदाहरण | कैसे? |
---|---|---|
तना | आलू, अदरक, प्याज | संवर्धित तनों से नया पौधा |
जड़ | गाजर, शकरकंद | भंडारण जड़ों से नए अंकुर |
पत्ती | बायोफिलम (Bryophyllum) | पत्ती की किनारों से अंकुर निकलते हैं |
कृत्रिम कायिक प्रवर्धन
- कटिंग (Cutting): गुलाब, मनी प्लांट
- ग्राफ्टिंग (Grafting): आम, नींबू
- लेयरिंग (Layering): चमेली, गुलाब
कायिक प्रवर्धन से उत्पन्न पौधे त्वरित वृद्धि करते हैं, उत्पादन की गुणवत्ता समान रहती है, और बीजों की आवश्यकता नहीं होती।
English Quick Recap
Vegetative propagation is an asexual method in which new plants grow from parts like roots, stems, or leaves without using seeds. Examples: Potato, Ginger, Bryophyllum.
ऊतक संवर्धन (Tissue Culture)
ऊतक संवर्धन एक आधुनिक प्रयोगशाला तकनीक है, जिसके द्वारा किसी पौधे की एकल कोशिका या ऊतक को एक विशेष पोषक माध्यम (nutrient medium) में रखकर उससे पूरा पौधा विकसित किया जाता है। यह एक कृत्रिम अलैंगिक जनन है।
इस प्रक्रिया में प्रयोग की जाने वाली कोशिका को मेरिस्टेम कोशिका कहा जाता है, जिसकी विभाजन क्षमता बहुत अधिक होती है।
ऊतक संवर्धन की प्रक्रिया:
- 1️⃣ किसी स्वस्थ पौधे से मेरिस्टेम कोशिका प्राप्त की जाती है।
- 2️⃣ इसे निर्जीव पोषक माध्यम में रखा जाता है, जहाँ आवश्यक हार्मोन्स, मिनरल्स और विटामिन्स होते हैं।
- 3️⃣ कोशिका विभाजित होकर कालस (Callus) बनाती है।
- 4️⃣ कालस से अंकुर निकलते हैं और एक पूरा नया पौधा बन जाता है।
उपयोगिता (Uses of Tissue Culture)
- दुर्लभ पौधों को बचाने के लिए
- एक जैसे पौधों की तेजी से वृद्धि हेतु
- बीमारियों से मुक्त पौधे तैयार करने में
- औषधीय पौधों का उत्पादन
बिंदु | विवरण |
---|---|
प्रयोग | कृषि, बागवानी, औषधि |
स्रोत | मेरिस्टेम कोशिका |
लाभ | तेज़ वृद्धि, समान पौधे, बीमारियों से मुक्त |
ऊतक संवर्धन के माध्यम से ऑर्किड (Orchids), गुलाब, केले और चिकित्सकीय पौधों का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाता है।
English Recap
Tissue culture is an artificial method of asexual reproduction where a single plant cell or tissue is grown in a nutrient medium to develop a full plant. It’s used for rapid cloning and disease-free plants.
बीजाणु समसंघ (Spore Formation)
बीजाणु जनन एक प्रकार का अलैंगिक जनन है, जिसमें कुछ जीव जैसे फफूंदी (Fungi), शैवाल (Algae) तथा कुछ पौधे अपने शरीर के विशेष संरचनाओं – बीजाणुधानी (sporangia) में बीजाणु उत्पन्न करते हैं।
ये बीजाणु हवा में फैलकर अनुकूल परिस्थितियाँ मिलने पर एक नया पौधा बना लेते हैं।
बीजाणु बहुत हल्के, सूखे और मजबूत कवच वाले होते हैं। ये प्रतिकूल परिस्थितियों में भी जीवित रह सकते हैं और लंबे समय बाद अंकुरित हो सकते हैं।
बीजाणु बनने की प्रक्रिया
- 1️⃣ जीव के शरीर में एक विशेष संरचना बीजाणुधानी (Sporangium) बनती है।
- 2️⃣ इसके अंदर कोशिका विभाजन से कई बीजाणु बनते हैं।
- 3️⃣ जब बीजाणुधानी फटती है, तो बीजाणु हवा में फैलते हैं।
- 4️⃣ अनुकूल वातावरण मिलने पर ये अंकुरित होकर नया जीव बना लेते हैं।
बीजाणु जनन के उदाहरण:
जीव | बीजाणु जनन कहाँ होता है? |
---|---|
राइजोपस (Rhizopus) | फफूंद की सतह पर, काले सिरों पर |
फर्न (Fern) | पत्तियों के नीचे |
मूसा (Moss) | बीजाणुधानी के भीतर |
बीजाणु जनन सरल, तेज और प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सुरक्षित रहता है। यह जनन का प्राकृतिक सुरक्षित तरीका है, विशेष रूप से फफूंदों और शैवालों में।
English Recap
Spore formation is an asexual reproduction method found in fungi, algae, and some lower plants. Spores are light, resistant structures that grow into new organisms when conditions are favorable.
अभ्यास प्रश्नों के उत्तर
1. द्विखंडन, बहुखंडन से किस प्रकार भिन्न है?
द्विखंडन (Binary Fission) में एक जीव दो बराबर भागों में विभाजित होता है। जैसे – अमीबा।
बहुखंडन (Multiple Fission) में एक जीव कई भागों में विभाजित होता है। जैसे – प्लाज्मोडियम।
मुख्य अंतर: द्विखंडन में दो नए जीव बनते हैं, जबकि बहुखंडन में कई।
2. बीजाणु द्वारा जनन से जीव किस प्रकार लाभान्वित होता है?
बीजाणु बहुत हल्के होते हैं और प्रतिकूल परिस्थितियों में भी लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं।
वे हवा में फैलकर तेज़ी से नए जीव उत्पन्न कर सकते हैं।
लाभ: सुरक्षित, तेज़, और अनुकूल परिस्थितियों में अंकुरण योग्य।
3. क्या आप कुछ कारण सोच सकते हैं, जिससे पता चलता हो कि जटिल संरचना वाले जीव पुनरुद्भवन द्वारा नई संतति उत्पन्न नहीं कर सकते?
जटिल जीवों की कोशिकाएँ विशेषीकृत होती हैं (specialized), और उनका कार्य विभाजन नहीं बल्कि अंगों का संचालन होता है।
उनमें मेरिस्टेम जैसी पुनरुत्पादक कोशिकाएँ नहीं होतीं।
इसलिए: शरीर का कोई भाग कट जाने पर, वह नया जीव नहीं बना सकता – सिर्फ मरम्मत (healing) होती है।
4. कुछ पौधों को उगाने के लिए कायिक प्रवर्धन का उपयोग क्यों किया जाता है?
कायिक प्रवर्धन से:
- ✔️ बिना बीज के पौधे तैयार होते हैं
- ✔️ बिल्कुल मूल पौधे जैसे गुणधर्म
- ✔️ तेज़ी से एक जैसे पौधों का उत्पादन
इसलिए: गुलाब, मनी प्लांट, आलू जैसे पौधों को उगाने के लिए यह विधि अपनाई जाती है।
5. डी.एन.ए. की प्रतिकृति बनाना जनन के लिए आवश्यक क्यों है?
डी.एन.ए. (DNA) जीव की आनुवंशिक जानकारी को संरक्षित करता है।
जब कोई नया जीव बनता है, तो उसमें भी वही जानकारी होनी चाहिए।
इसलिए: जनन से पहले डी.एन.ए. की प्रतिलिपि (Replication) बनती है, ताकि नई संतति भी एक जैसे गुणों वाली हो सके।
लैंगिक जनन (Sexual Reproduction)
लैंगिक जनन वह प्रक्रिया है जिसमें दो अभिभावकों (एक नर और एक मादा) की भागीदारी से युग्मनज (zygote) का निर्माण होता है। यह प्रक्रिया गैमीट (गामेट्स) के आपसी संयोग (fertilization) पर आधारित होती है।
उदाहरण: मनुष्य, जानवर, फूल वाले पौधे आदि।
लैंगिक जनन में आनुवंशिक विभिन्नता (genetic variation) उत्पन्न होती है, जिससे प्रजातियाँ समय के साथ अनुकूलन कर पाती हैं।
लैंगिक जनन के प्रमुख चरण
- गैमीट निर्माण (Formation of Gametes): नर और मादा गैमीट्स बनते हैं।
- निषेचन (Fertilization): नर और मादा गैमीट्स का संयोग होकर युग्मनज बनता है।
- युग्मनज से भ्रूण विकास (Zygote to Embryo): युग्मनज विभाजित होकर भ्रूण बनाता है।
- भ्रूण से नवजात जीव: भ्रूण एक नया पूर्ण विकसित जीव बन जाता है।
पौधों में लैंगिक जनन
पुष्पी पौधों (flowering plants) में फूल लैंगिक जनन का मुख्य अंग होता है।
नर भाग: पुंकेसर (Stamen) – इसमें परागकण बनते हैं।
मादा भाग: स्त्रीकेसर (Carpel) – इसमें अंडाणु बनते हैं।
परागण और निषेचन के बाद फल और बीज बनते हैं।
घटक | कार्य | स्थान |
---|---|---|
पुंकेसर (Stamen) | परागकण बनाता है | फूल का नर भाग |
स्त्रीकेसर (Carpel) | अंडाणु बनाता है | फूल का मादा भाग |
जन्तुओं में लैंगिक जनन
मानव एवं अन्य जंतुओं में लैंगिक जनन में नर का शुक्राणु (Sperm) तथा मादा का अंडाणु (Ovum) मिलकर युग्मनज बनाते हैं।
यह प्रक्रिया या तो शरीर के अंदर होती है (आंतरिक निषेचन) या शरीर के बाहर (बाह्य निषेचन)।
- ✔️ आंतरिक निषेचन (Internal Fertilization): मनुष्य, गाय, कुत्ता
- ✔️ बाह्य निषेचन (External Fertilization): मेंढक, मछली
लैंगिक जनन से नए आनुवंशिक संयोजन बनते हैं, जो विकास (evolution) और अनुकूलन के लिए आवश्यक हैं।
English Recap
Sexual reproduction involves two parents and fusion of male and female gametes to form a zygote. It produces genetic variation and is seen in humans, animals, and flowering plants.
पुष्पी पादपों में लैंगिक जनन (Sexual Reproduction in Flowering Plants)
पुष्पी पादपों (Flowering Plants) में फूल लैंगिक जनन का मुख्य भाग होता है। फूल में नर और मादा जनन अंग होते हैं।
नर जनन अंग: पुंकेसर (Stamen) – यह परागकण (Pollen Grains) बनाता है।
मादा जनन अंग: स्त्रीकेसर (Carpel/Pistil) – यह अंडाणु (Ovules) बनाता है।
➤ लैंगिक जनन में परागण (Pollination) और निषेचन (Fertilization) की दो प्रमुख प्रक्रियाएँ होती हैं।
➤ निषेचन के बाद फल और बीज बनते हैं।
फूल के भाग
भाग | कार्य |
---|---|
पुंकेसर (Stamen) | परागकण बनाता है (नर गैमीट्स) |
स्त्रीकेसर (Carpel) | अंडाणु बनाता है (मादा गैमीट्स) |
वर्तिकाग्र (Stigma) | परागकण ग्रहण करता है |
वर्तिकी (Style) | पराग नली को मार्ग प्रदान करता है |
अंडाशय (Ovary) | अंडाणुओं को सुरक्षित रखता है |
परागण (Pollination)
परागकण का पुंकेसर से स्त्रीकेसर के वर्तिकाग्र तक जाना परागण कहलाता है। यह दो प्रकार का होता है:
- ✔️ स्वपरागण (Self-pollination): एक ही फूल में
- ✔️ पर-परागण (Cross-pollination): एक फूल से दूसरे फूल में
निषेचन (Fertilization)
जब परागनली के माध्यम से नर गैमीट अंडाणु तक पहुँचता है और उससे संलयन कर युग्मनज (Zygote) बनाता है, तो उसे निषेचन कहते हैं।
➤ युग्मनज से बीज बनता है।
➤ अंडाशय फल में परिवर्तित हो जाता है।
English Recap
In flowering plants, the flower is the reproductive organ. Male part (stamen) produces pollen, and the female part (carpel) contains ovules. After pollination and fertilization, seeds and fruits are formed.
पुष्प की संरचना (Structure of a Flower)
फूल (Flower) पौधे का जनन अंग (Reproductive organ) होता है, जो लैंगिक जनन की क्रिया में भाग लेता है।
एक पूर्ण फूल में चार प्रमुख भाग होते हैं – पुष्पदल (Sepals), दलपुंज (Petals), पुंकेसर (Stamen) और स्त्रीकेसर (Carpel)।
फूल का प्रत्येक भाग किसी न किसी महत्वपूर्ण क्रिया के लिए उत्तरदायी होता है — सजावट, परागण, जनन या सुरक्षा।
पुष्प के चार प्रमुख भाग:
भाग | विवरण | कार्य |
---|---|---|
1. पुष्पदल (Sepals) | फूल की सबसे बाहरी हरी पत्तियाँ | कलिका को सुरक्षा प्रदान करते हैं |
2. दलपुंज (Petals) | रंग-बिरंगी पंखुड़ियाँ | कीटों को आकर्षित करते हैं |
3. पुंकेसर (Stamen) | नर जनन अंग (परागकोश + तंतु) | परागकण (pollen) बनाना |
4. स्त्रीकेसर (Carpel) | मादा जनन अंग (वर्तिकाग्र, वर्तिकी, अंडाशय) | अंडाणु बनाना व निषेचन |
स्त्रीकेसर के भाग (Parts of Carpel)
- 🔸 वर्तिकाग्र (Stigma): परागकण प्राप्त करता है।
- 🔸 वर्तिकी (Style): परागनली के लिए मार्ग।
- 🔸 अंडाशय (Ovary): इसमें अंडाणु स्थित रहते हैं। निषेचन के बाद फल बनता है।
फूल का प्रत्येक भाग जनन प्रक्रिया में भाग लेता है – नर व मादा अंग मिलकर निषेचन, फलन और बीज निर्माण करते हैं।
English Recap
A flower consists of four main parts: sepals, petals, stamens (male part), and carpels (female part). It is the reproductive structure of flowering plants and essential for pollination and seed formation.
मानव में लैंगिक जनन (Sexual Reproduction in Humans)
मानवों में लैंगिक जनन नर एवं मादा दोनों की भागीदारी से होता है। यह एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें नर और मादा गैमीट्स (Gametes) का संयोग (Fertilization) होता है और भ्रूण का विकास होता है।
1️⃣ गैमीट्स का निर्माण → 2️⃣ निषेचन → 3️⃣ युग्मनज निर्माण → 4️⃣ भ्रूण का विकास → 5️⃣ जन्म
नर जनन तंत्र (Male Reproductive System)
नर जनन तंत्र का मुख्य कार्य शुक्राणु (Sperms) का निर्माण और निषेचन के लिए उनका स्थानांतरण है।
अंग | कार्य |
---|---|
वृषण (Testes) | शुक्राणु एवं टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का निर्माण |
वीर्यवाहिनी (Sperm Duct) | शुक्राणुओं को ले जाती है |
लिंग (Penis) | शुक्राणु को महिला जनन तंत्र में स्थानांतरित करता है |
मादा जनन तंत्र (Female Reproductive System)
मादा जनन तंत्र अंडाणु बनाता है, निषेचन की प्रक्रिया को पूरा करता है, और भ्रूण को पोषण देता है।
अंग | कार्य |
---|---|
अंडाशय (Ovaries) | अंडाणु व हार्मोन (एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन) बनाते हैं |
फैलोपियन ट्यूब | निषेचन यहीं होता है |
गर्भाशय (Uterus) | भ्रूण का विकास यहीं होता है |
निषेचन एवं भ्रूण विकास
- ✔️ शुक्राणु और अंडाणु का संयोग फैलोपियन ट्यूब में होता है → युग्मनज
- ✔️ युग्मनज कई बार विभाजित होकर भ्रूण बनाता है
- ✔️ भ्रूण गर्भाशय की दीवार में प्रत्यारोपित होता है
- ✔️ नौ महीने बाद जन्म होता है
मानव में लैंगिक जनन एक क्रमिक और नियंत्रित प्रक्रिया है जिसमें हार्मोन, अंग और कोशिकाओं की समन्वयित क्रियाएँ होती हैं।
English Recap
In humans, sexual reproduction involves the fusion of sperm and egg to form a zygote. The zygote grows into an embryo and develops inside the uterus. The male reproductive system produces sperm, and the female reproductive system supports fertilization and fetal development.
जब अंड का निषेचन नहीं होता है, तब क्या होता है?
हर महीने मादा के अंडाशय से एक अंडाणु (Ovum) निकलता है। यदि इस अंडाणु का नर शुक्राणु के साथ निषेचन (Fertilization) नहीं होता है, तो शरीर उसे एक प्राकृतिक प्रक्रिया द्वारा बाहर निकाल देता है।
➤ अंडाणु और गाढ़ी रक्तयुक्त गर्भाशयी परत शरीर से मासिक धर्म (Menstruation) के रूप में बाहर निकल जाती है।
➤ यह प्रक्रिया लगभग हर 28 दिन में एक बार होती है।
मासिक धर्म (Menstruation) क्या है?
यह एक सामान्य जैविक प्रक्रिया है जिसमें गर्भाशय की आंतरिक परत (endometrium) टूट जाती है और रक्त के साथ योनि मार्ग से बाहर आती है।
अवधि: 3 से 7 दिन
उम्र: 11–14 साल से शुरू होकर रजोनिवृत्ति (Menopause) तक जारी रहती है।
मासिक धर्म कोई बीमारी नहीं है। यह प्रजनन चक्र का सामान्य और आवश्यक भाग है।
English Recap
If fertilization does not occur, the egg and thickened uterine lining are shed from the body in the form of menstruation. This occurs about every 28 days and is a natural part of the reproductive cycle.
&
जनन स्वास्थ्य (Reproductive Health)
जनन स्वास्थ्य का अर्थ है शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से स्वस्थ स्थिति जो जनन तंत्र और उससे जुड़ी क्रियाओं से संबंधित हो।
यह सिर्फ बीमारी से मुक्त होना नहीं है, बल्कि सुरक्षित, जागरूक और गरिमापूर्ण जीवन जीने की क्षमता भी है।
✔️ किशोर अवस्था में होने वाले शारीरिक और भावनात्मक परिवर्तनों को समझना।
✔️ यौन संचारित रोगों से बचाव।
✔️ मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी।
✔️ अनचाहे गर्भ से सुरक्षा।
✔️ समाज में यौन शिक्षा और लैंगिक समानता को बढ़ावा देना।
किशोरावस्था में आवश्यक सावधानियाँ
- ✔️ स्वच्छता का पालन (Personal Hygiene)
- ✔️ संतुलित आहार लेना
- ✔️ मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई बनाए रखना
- ✔️ तंबाकू, शराब और नशे से दूर रहना
- ✔️ यौन शिक्षा प्राप्त करना और भ्रम से बचना
यौन संचारित रोग (Sexually Transmitted Diseases – STDs)
STDs वे रोग हैं जो असुरक्षित यौन संबंध के कारण फैलते हैं।
उदाहरण: एड्स (HIV), सिफलिस, गोनोरिया आदि।
इनसे बचाव के लिए जानकारी, स्वच्छता और सावधानी जरूरी है।
जनसंख्या नियंत्रण के उपाय
- ✔️ परिवार नियोजन (Family Planning)
- ✔️ गर्भनिरोधक विधियाँ (Contraceptive Methods)
- ✔️ सामाजिक जागरूकता और शिक्षा
जनन स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ विषय है।
यह जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार और जागरूकता द्वारा सुरक्षित रखा जा सकता है।
English Recap
Reproductive health refers to the complete physical, mental, and social well-being related to the reproductive system. It includes awareness, personal hygiene, prevention of STDs, and informed family planning.
जनन अध्याय के महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
1. परागण क्रिया निषेचन से किस प्रकार भिन्न है?
परागण (Pollination) वह प्रक्रिया है जिसमें परागकण पुंकेसर से स्त्रीकेसर के वर्तिकाग्र (stigma) पर स्थानांतरित होते हैं।
निषेचन (Fertilization) वह प्रक्रिया है जिसमें नर गैमीट (परागकण) मादा गैमीट (अंडाणु) से मिलकर युग्मनज बनाता है।
परागण = परागकण का स्थानांतरण
निषेचन = नर और मादा गैमीट का संलयन
English Recap:
Pollination is the transfer of pollen from anther to stigma, while fertilization is the fusion of male and female gametes to form a zygote.
2. शुक्राशय एवं प्रोस्टेट ग्रंथि की क्या भूमिका है?
शुक्राशय (Seminal vesicle) और प्रोस्टेट ग्रंथि (Prostate gland) ऐसे द्रव उत्पन्न करते हैं जो शुक्राणुओं को पोषण, गतिशीलता और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
इनसे निकलने वाला द्रव और शुक्राणु मिलकर वीर्य (Semen) बनाते हैं।
English Recap:
Seminal vesicles and prostate gland produce fluid that nourishes and protects sperm, forming semen.
3. यौवनारंभ के समय लड़कियों में कौन से परिवर्तन दिखाई देते हैं?
- ✔️ स्तनों का विकास
- ✔️ मासिक धर्म की शुरुआत
- ✔️ शरीर में वसा का संचय बढ़ना
- ✔️ कूल्हों का चौड़ा होना
- ✔️ शारीरिक और मानसिक परिपक्वता
English Recap:
At puberty, girls develop breasts, begin menstruation, gain fat in hips, and show physical and emotional maturity.
4. माँ के शरीर में गर्भस्थ भ्रूण को पोषण किस प्रकार प्राप्त होता है?
गर्भस्थ भ्रूण को पोषण गर्भनाल (Placenta) के माध्यम से प्राप्त होता है।
गर्भनाल माँ के रक्त से ऑक्सीजन, पोषक तत्व और हार्मोन भ्रूण तक पहुँचाती है और भ्रूण से अपशिष्ट पदार्थ माँ को लौटाती है।
English Recap:
The fetus receives nutrition through the placenta, which transfers nutrients, oxygen, and removes waste from the embryo.
5. यदि कोई महिला कॉपर-टी का प्रयोग कर रही है, तो क्या यह उसकी यौन संचरित रोगों से रक्षा करेगा?
नहीं। कॉपर-टी (Copper-T) केवल एक गर्भनिरोधक उपकरण है जो गर्भधारण को रोकता है।
यह यौन संचारित रोगों (STDs) जैसे एड्स, सिफलिस, गोनोरिया से सुरक्षा नहीं देता।
English Recap:
No, Copper-T prevents pregnancy but not STDs. Condoms are effective in preventing sexually transmitted diseases.
आपने क्या सीखा (What We Learnt)
- 🔹 अन्य जैव प्रक्रमों के विपरीत, जनन किसी जीव के तत्काल अस्तित्व के लिए आवश्यक नहीं है, परंतु जाति के निरंतरता के लिए अनिवार्य है।
- 🔹 जनन में एक कोशिका द्वारा डी.एन.ए. प्रतिकृति का निर्माण होता है और नए कोशिकीय संगठन की रचना की जाती है।
- 🔹 जनन की प्रणाली जीव की शारीरिक संरचना और जटिलता पर निर्भर करती है।
- 🔹 खंडन विधि द्वारा जीवाणु और प्रोटोजोआ अपनी कोशिका विभाजित कर नई संतति उत्पन्न करते हैं।
- 🔹 हाइड्रा जैसे कुछ जीवों में पुनरुद्भवन (Regeneration) द्वारा एक भाग से पूरा जीव बन सकता है।
- 🔹 कुछ पौधों में कायिक प्रवर्धन (Vegetative Propagation) द्वारा जड़, तना या पत्ती से नए पौधे उगते हैं।
- 🔹 उपरोक्त सभी अलैंगिक जनन के उदाहरण हैं, जिसमें केवल एक जीव भाग लेता है।
- 🔹 लैंगिक जनन में दो अभिभावक भाग लेते हैं, जिससे विविधताउत्पन्न होती है जो प्रजातियों के दीर्घकालिक अस्तित्व के लिए लाभप्रद है।
- 🔹 पुष्पी पौधों में परागण (Pollination) के बाद निषेचन (Fertilization) होता है, जिससे बीज और फल बनते हैं।
- 🔹 यौवनारंभ के दौरान शारीरिक परिवर्तन होते हैं जैसे लड़कियों में स्तनों का विकास और लड़कों में चेहरे पर बाल आना।
- 🔹 मानव नर जनन तंत्र में वृषण, शुक्राणुवाहिनी, शुक्राशय, प्रोस्टेट ग्रंथि, मूत्रमार्ग और शिश्न होते हैं।
- 🔹 मानव मादा जनन तंत्र में अंडाशय, डिंबवाहिनी (Fallopian tube), गर्भाशय और योनि होती हैं।
- 🔹 निषेचन मादा के डिंबवाहिनी में होता है, जिसमें शुक्राणु और अंडाणु मिलते हैं।
- 🔹 गर्भनिरोधक युक्तियाँ जैसे कंडोम, गोलियाँ और कॉपर-टी असुरक्षित गर्भ से बचाव में सहायक होती हैं।
Reproduction is not necessary for individual survival but essential for species continuity. It involves DNA replication and varies as per organism complexity. Asexual reproduction includes fission, regeneration, vegetative propagation. Sexual reproduction creates variation, involving two parents. In humans, fertilization occurs in the fallopian tube, and reproductive health is maintained using contraceptive methods.
अभ्यास प्रश्नोत्तर – जीव जनन कैसे करते हैं (Reproduction)
1. अलैंगिक जनन मुकुलन द्वारा होता है:
उत्तर: (b) यीस्ट (Yeast)
2. निम्नलिखित में से कौन मानव में मादा जनन तंत्र का भाग नहीं है?
उत्तर: (c) शुक्रवाहिका (Vas deferens)
3. परागकोश में होते हैं:
उत्तर: (d) पराग कण (Pollen grains)
4. अलैंगिक जनन की अपेक्षा लैंगिक जनन के क्या लाभ हैं?
लैंगिक जनन में दो अभिभावकों की संलिप्तता से नई संतति में आनुवंशिक विभिन्नता उत्पन्न होती है, जिससे वह वातावरण में अनुकूलन के लिए अधिक सक्षम होती है। यह प्रजातियों के दीर्घकालिक अस्तित्व में सहायक है।
5. मानव में वृषण के क्या कार्य हैं?
वृषण (Testes) दो प्रमुख कार्य करते हैं:
✔️ शुक्राणु (Sperm) का निर्माण
✔️ टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्राव, जो द्वितीयक लैंगिक लक्षणों के विकास के लिए आवश्यक है।
6. ऋतुस्राव (Menstruation) क्यों होता है?
यदि अंडाणु का निषेचन नहीं होता है, तो गर्भाशय की अंदरूनी परत (endometrium) टूटकर रक्त और ऊतकों के रूप में बाहर निकलती है। यही प्रक्रिया ऋतुस्राव कहलाती है।
पुष्प की अनुदैर्ध्य काट का नामांकित चित्र बनाइए।
यह एक आरेखात्मक प्रश्न है। इसमें पुष्प के प्रमुख भाग जैसे अंडप, पुंकेसर, अंडाशय, वर्तिकाग्र, परागकोश, पराग कण आदि को लेबल करके बनाना होता है।
8. गर्भनिरोधन की विभिन्न विधियाँ कौन सी हैं?
- ✔️ प्राकृतिक विधियाँ (जैसे – असुरक्षित दिनों से परहेज)
- ✔️ बाधा विधियाँ (Barrier Methods – कंडोम)
- ✔️ रासायनिक विधियाँ (गर्भनिरोधक गोलियाँ)
- ✔️ यांत्रिक विधियाँ (कॉपर-टी, आईयूडी)
- ✔️ शल्य चिकित्सा विधियाँ (vasectomy, tubectomy)
9. एककोशिक एवं बहुकोशिक जीवों की जनन पद्धति में क्या अंतर है?
एककोशिक जीव | बहुकोशिक जीव |
---|---|
जनन हेतु एक ही कोशिका पर्याप्त होती है | विशिष्ट जनन अंगों की आवश्यकता होती है |
अलैंगिक जनन जैसे विखंडन से होता है | अधिकतर लैंगिक जनन द्वारा होता है |
10. जनन किसी स्पीशीज़ की समष्टि के स्थायित्व में किस प्रकार सहायक है?
जनन से नई संतति उत्पन्न होती है, जिससे स्पीशीज़ (Species) का अस्तित्व बना रहता है।
यह उन्हें बदलते पर्यावरण में जीवित रहने और अनुकूलन की क्षमता देता है।
11. गर्भनिरोधक युक्तियाँ अपनाने के क्या कारण हो सकते हैं?
- ✔️ अनचाहे गर्भ से बचाव
- ✔️ परिवार नियोजन
- ✔️ स्त्री के स्वास्थ्य की सुरक्षा
- ✔️ जनसंख्या नियंत्रण
- ✔️ यौन संचारित रोगों से बचाव (विशेषकर barrier methods)
These questions cover core reproductive concepts such as sexual vs asexual reproduction, functions of reproductive organs, menstruation, contraception methods, and the importance of reproduction in species survival.
Top 20 MCQs – जीव जनन कैसे करते हैं
- अलैंगिक जनन मुकुलन द्वारा होता है –
(b) यीस्ट - निम्नलिखित में से कौन मानव में मादा जनन तंत्र का भाग नहीं है –
(c) शुक्रवाहिका - परागकोश में होते हैं –
(d) परागकण - मानव में निषेचन कहाँ होता है –
(a) डिंबवाहिनी - निम्नलिखित में से कौन एक अलैंगिक जनन नहीं है –
(b) निषेचन - कंडोम किस प्रकार की गर्भनिरोधक विधि है –
(a) बाधा विधि (Barrier method) - हाइड्रा में जनन की विधि है –
(c) मुकुलन - वृषण का कार्य है –
(a) शुक्राणु उत्पन्न करना - कॉपर-टी का प्रयोग किसके लिए किया जाता है –
(b) गर्भनिरोध के लिए - मानव मादा जनन तंत्र में अंडाणु कहाँ बनते हैं –
(a) अंडाशय - निषेचन के बाद बनने वाला एकल कोष क्या कहलाता है –
(c) युग्मनज (Zygote) - स्पर्म को पोषक तरल कौन प्रदान करता है –
(b) शुक्राशय और प्रोस्टेट ग्रंथि - परागण के तुरंत बाद होने वाली प्रक्रिया है –
(a) निषेचन - मानव में शिश्न किसका भाग है –
(a) नर जनन तंत्र - फूल का वह भाग जिसमें बीज बनने की संभावना होती है –
(d) अंडाशय - निम्नलिखित में से कौन पौधों में अलैंगिक जनन का उदाहरण है –
(a) आलू की गाँठ (Potato tuber) - ऋतुस्राव चक्र की औसत अवधि होती है –
(b) 28 दिन - लड़कों में यौवन के समय आने वाला परिवर्तन है –
(d) आवाज का भारी होना - बीजाणु किस प्रकार के जनन से संबंधित होते हैं –
(a) अलैंगिक जनन - जन्म नियंत्रण के लिए सबसे प्रभावी बाधा विधि है –
(c) कंडोम
These MCQs cover sexual and asexual reproduction, human reproductive systems, contraception, pollination, and related processes based on Class 10 NCERT Chapter 7.
🔗 संबंधित अध्याय (Internal Links):
- रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण – अध्याय 1
- अम्ल, क्षार एवं लवण – अध्याय 2
- पोषक तत्व और संतुलित आहार – जीव प्रक्रियाएँ भाग
- जीव प्रक्रियाएँ (Life Processes) – अध्याय 6
- पादप जगत – कक्षा 11 जीवविज्ञान
🌐 विश्वसनीय स्रोत (External Links):
- 📘 NCERT आधिकारिक पुस्तक – कक्षा 10 विज्ञान
- 🎓 Khan Academy – Types of Reproduction
- 🌍 WHO – Sexual & Reproductive Health
और पढ़ें (Related Content)
👉 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण |
👉 पोषक तत्व और संतुलित आहार
🌐 External Learning Resources: